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मोक्षदायिनी शिप्रा को प्रवाहमान करने के लिए जनसहयोग अति आवश्यक -श्री उपाध्याय

उज्जैन 27 अप्रैल। मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा को पुनः कल कल बहता हुआ रखने का प्रयास जनअभियान परिषद द्वारा आप सभी ग्रामीणजनों के साथ मिलकर प्रयास किये जा रहा हैं। जब तक आप सबका सहयोग पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं होगा तब तक उज्जैन की जीवनदायिनी, मोक्ष को प्रदान करने वाली मां शिप्रा पुनः अपने पुराने अस्तित्व को प्राप्त नहीं कर सकती है। उक्‍त विचार जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय (राज्य मंत्री) ने शिप्रा नदी किनारे बसे उज्‍जैन जिले के विकासखंड उज्‍जैन में ग्राम हरनावदा व बोलासा में संध्याकालीन चौपाल बैठक में उपस्थित ग्रामीणजनों को संबोधित करते हुए कही।

आपने सभी को बताया कि सरकार ने अनेकों योजनाएं जल एवं पर्यावरण को लेकर लागू की है। अगर उन योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ गांव में लिया जाता है तो नदी पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। ग्रामीणजन अपने स्तर पर बरसात का जल संचय कर सकते हैं। पौधरोपण कर नदी को जीवित किया जा सकता है। इस तरह छोटे-छोटे प्रयास जलस्तर भी बढ़ाएंगे। नदी को भी लाभ होगा और खेती में भी आपको 12 माह निरंतर पानी उपलब्ध हो सकता है।

पूर्व विधायक व मंत्री शिवनारायण जागीरदार ने कहा क्षिप्रा नदी पवित्र नदी है। इसके लिए हमें सामूहिक प्रयास करके नदी के तटीय क्षेत्र में वृक्षारोपण करना होंगे। इस तरह के कार्य वर्तमान जीवन भी सुधारते हैं और पुण्य प्राप्ति में भी सहायक होते है। अपनी आने वाली पीढ़ी हवा पानी के लिए परेशान न हो इसका प्रयास हम सबको आज करना होगा। आनंदी लाल जोशी ने कहा कि जल ही जीवन है। इसकी सार्थकता के साथ शिप्रा मैया को हमे सन 1965 में जैसी बहती थी, उसी रूप में देखने के लिए नदी बचाने के अनेकों उपाय करने होंगे, जिसमें सहायक नदियों को भी संजोना होगा। सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र पाहवा ने कहा कि पुराने समय में सघन वन होते थे। पेड़-पौधे अधिक होने से जलवायु सामान्‍य रहती थी, जिसके माध्‍यम से जल स्‍तर बना हुआ रहता था। आज के समय में पौधारोपण एवं पुरानी जल संरचनाओं को पुन: जीवित करने का सामूहिक प्रयास करने से शिप्रा मैया को प्रवाहमान बनाया जा सकेगा। परिषद के संभाग समन्वयक  शिव प्रसाद मालवीय ने कहा कि शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाने के लिए सहायक नदी के केचमेंट एरिये पर जन-सहभागिता से कार्य करने होंगे।

इस अवसर पर जिला समन्वयक सचिन शिम्‍पी, ब्लॉक समन्वयक अरुण व्यास, आशीष जागीदार सरपंच बाबूलालजी पंडया, सिद्धनाथ पाटीदार, ओम पाटीदार, सुरेश पाटीदार, दीपक पंडया, देवनारायण जायसवाल,कमलसिंह, पंचायत सचिव बच्‍छूलाल,सहायक सचिव दिलीप पाठक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में ग्राम हरनावदा में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर लघु हवन का आयोजन भी किया गया जिसमें ग्रामीण जनों ने  सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र पाहवा एवं शिखा पाहवा के मार्गदर्शन में आहुति दी। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जन समुदाय ने संकल्प भी लिया कि वे अपना पूर्ण योगदान मां क्षिप्रा के लिए अवश्य प्रदान करेंगे। कार्यक्रम का संचालन जितेन्‍द्र पंडया ने किया एवं आभार दशरथ पंडया ने माना।

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