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भगवान महाकालेश्वर के लिये पैसे की कोई कमी नहीं- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह : 500 करोड़ रुपये की महाकाल विकास योजना को दी मंजूरी

योजना के विभिन्न घटकों का नामकरण उज्जैन की परम्परा एवं संस्कृति पर आधारित करने के निर्देश, स्थापित होने वाले दुकानदारों एवं काम-धंधे वालों का ध्यान रखने को कहा, त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में प्रजेंटेशन देखा

उज्जैन 12 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में महाकाल विकास योजना का प्रजेंटेशन देखा एवं 500 करोड़ रुपये की लागत के फेज-1 एवं फेज-2 के निर्माण कार्यों को स्वीकृति प्रदान करते हुए निर्माण कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से विस्थापित होने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों, छोटे-मोटे धंधे करने वाले व्यक्तियों का भी विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने योजना के विभिन्न घटकों का नामकरण उज्जैन की परम्परा एवं संस्कृति के आधार पर करने के लिये कहा है। मुख्यमंत्री ने देश एवं विदेश में इस तरह के निर्माण कार्यों में जहां-जहां अच्छे प्रयोग हुए हैं, उनका अनुकरण कर कार्य करने को कहा है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना के तहत अन्नक्षेत्र एवं प्रवचन हॉल व धर्मशाला के लिये स्थान चिन्हित करने के लिये पुन: विचार करने के लिये कहा है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि नये प्रवचन हॉल, धर्मशाला आदि का जैसे-जैसे निर्माण कार्य आगे बढ़ता जाये, वैसे-वैसे पुराने निर्माण हटायें जायें। मुख्यमंत्री ने प्रजेंटेशन के बाद त्रिवेणी संग्रहालय की छत पर जाकर रूद्र सागर में किये जा रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया तथा कहा कि विस्तार से अवलोकन के लिये एक बार फिर आऊंगा। त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने महाकाल विकास योजना का प्रजेंटेशन दिया तथा योजना से सम्बन्धित लगभग आठ मिनिट की वीडियो फिल्म का प्रदर्शन किया गया। प्रजेंटेशन के अवलोकन के समय मुख्यमंत्री के साथ उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन मंत्री श्री इंदरसिंह परमार, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण मंत्री श्री हरदीपसिंह डंग, उज्जैन-आलोट सांसद श्री अनिल फिरोजिया, देवास सांसद श्री महेन्द्रसिंह सिसौदिया, विधायक श्री पारस जैन, श्री बहादुरसिंह चौहान, मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री माखनसिंह, संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, आईजी श्री राकेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाग उपाध्याय, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री जगदीश अग्रवाल, श्री ओम जैन सहित गणमान्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

श्री महाकाल विकास योजना अनुमानित लागत 500 करोड़ रुपये

श्री महाकाल क्षेत्र विकास योजना पर आधारित फिल्म एवं पीपीटी का प्रजेंटेशन बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रीगणों के समक्ष प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने बताया कि परियोजना के क्रियान्वयन से श्री महाकालेश्वर मन्दिर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से 8 से 10 गुना बढ़ जायेगा।

प्रजेंटेशन में बताया गया कि प्रथम चरण में महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिडवे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डेक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स, गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल एवं अन्नक्षेत्र का निर्माण होगा। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा, रूद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केन्द्र, हरिफाटक पुल का चौड़ीकरण एवं रेलवे अण्डरपास तथा रूद्र सागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग तथा महाकाल पहुंच मार्ग का उन्नयन किया जायेगा।

बैठक में जानकारी दी गई कि महाकाल कॉरिडोर के तहत प्रथम घटक में पैदल चलने हेतु उपयुक्त 200 मीटर लम्बा मार्ग बनाया जायेगा। 25 फीट ऊंची एवं 500 मीटर लम्बी म्युरल वाल बनाई जा रही है। 108 शिवस्तंभ शिव की विभिन्न मुद्राओं सहित निर्मित हो रहे हैं, लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेकफ्रंट एरिया और ई-रिक्शा व आकस्मिक वाहनों हेतु मार्ग तैयार किया जा रहा है।

मिडवे झोन के अन्तर्गत पूजन सामग्री की दुकानें, फूडकोर्ट, लेकव्यू रेस्टोरेंट, लेकफ्रंट डेवलपमेंट, जनसुविधाएं, टॉवर सहित निगरानी एवं नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की जा रही है। महाकाल थीम पार्क के अन्तर्गत महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त म्युरल वाल, सप्त सागर हेतु डेक एरिया तथा डेक के नीचे शापिंग क्षेत्र, बैठक क्षेत्र सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के समीप कार, बस व दोपहिया वाहन की पार्किंग बनाई जा रही है। इसी क्षेत्र में धर्मशाला व अन्नक्षेत्र भी प्रस्तावित है। कोबल्ड स्टोन की रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की जा रही है।

मृदा प्रोजेक्ट द्वितीय चरण

मृदा प्रोजेक्ट द्वितीय चरण के अन्तर्गत महाराजवाड़ा परिसर का विकास किया जायेगा। इसमें ऐतिहासिक भवन का हैरिटेज के रूप में पुनर्पयोग, भवन का आंशिक उपयोग कुंभ संग्रहालय के रूप में पुराने अवशेषों का समावेश करते हुए इस परिसर का महाकाल मन्दिर परिसर से एकीकरण किया जायेगा। स्थानीय कला एवं संस्कृति को दर्शाते हुए सांस्कृतिक हाट का निर्माण होगा। रामघाट फसाड ट्रीटमेंट के घटक के तहत रामघाट की ओर जाने वाले पैदल मार्ग का कायाकल्प, फेरी एवं ठेला व्यवसाईयों हेतु पृथक व्यवस्था, वास्तुकलात्मक तत्वों के प्रयोग द्वारा गलियों का सौन्दर्यीकरण तथा रामघाट पर सिंहस्थ थीम आधारित डायनेमिक लाईट शो किया जायेगा।

छोटा रूद्र सागर लेकफ्रंट विकास योजना के अन्तर्गत लैंडस्केपिंग सहित मनोरंजन केन्द्र, वैदिक वाटिका एवं योग केन्द्र, मंत्रध्वनि स्थल व पार्किंग का विकास होगा। पार्किंग सूचना केन्द्र एवं विक्रय केन्द्र का विकास किया जायेगा। रूद्र सागर जीर्णोद्धार योजना अन्तर्गत स्लज को हटाते हुए रूद्र सागर लेक की डिसिल्टिंग की जायेगी। रूद्र सागर को शिप्रा नदी से जोड़ा जायेगा। हरिफाटक ओवरब्रिज की चारों भुजाओं का चौड़ीकरण किया जायेगा तथा जयसिंहपुरा के समीप रेलवे अण्डरपास बनाया जायेगा। महाकालेश्वर थाने के पास स्थित महाकाल द्वार का संरक्षण किया जायेगा तथा यहां पर हेरिटेज कॉरिडोर विकसित किया जायेगा। इसी तरह बेगमबाग क्षेत्र का विकास एवं सौन्दर्यीकरण होगा। रूद्र सागर पर 210 मीटर लम्बा पैदल पुल बनाया जायेगा, जो पीएचई की पानी की टंकी से महाकाल थीम पार्क को जोड़ेगा।

महाकाल मन्दिर परिसर के अग्रभाग का विस्तारीकरण किया जायेगा। मन्दिर परिसर का आगे की तरफ 70 मीटर का विस्तारीकरण होगा। इसमें 11 भवनों के अधिग्रहण की कार्यवाही प्रारम्भ हो चुकी है। इस क्षेत्र में बैठने एवं लैंडस्केपिंग व पैदल मार्ग प्रस्तावित है। सुगम मन्दिर पहुंच मार्ग के तहत त्रिवेणी संग्रहालय से हरसिद्धि मार्ग, भगतसिंह मार्ग, हरिफाटक ब्रिज से महाकाल चौराहा, बेगमबाग रोड, सरस्वती शिशु मन्दिर के समानांतर मार्ग, महाकाल चौराहे से महाकाल मन्दिर, महाकाल थाना से बड़ा गणेश नवीन मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर रोड, नृसिंह घाट के समानांतर नूतन स्कूल तक नवीन मार्ग, हरसिद्धि मन्दिर से भगतसिंह मार्ग का चौड़ीकरण एवं नवीन मार्ग प्रस्तावित है। उक्त सभी योजना मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अनुमोदित की गई।

त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री जितेन्द्रसिंह चौहान, एसडीएम श्री संजीव साहू सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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