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अब पढ़ाई नहीं रुकेगी: शिक्षा विभाग की गतिविधियों पर वर्चुअल शैक्षिक संवाद, ढाई लाख लोगों ने की संवाद में भागीदारी

उज्जैन 28 जुलाई। राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रमुख विभागीय गतिविधियों एवं प्राथमिकताओं पर सोमवार को वर्चुअल शैक्षिक संवाद सत्र सम्पन्न हुआ। फेसबुक लाइव, ट्वीटर और यू-ट्यूब के माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में राज्य शिक्षा केन्द्र के आयुक्त लोकेश कुमार जाटव एवं अन्य विशेषज्ञ की भूमिका में रहे। संवाद में लगभग 1,13,000 शिक्षकों एवं अन्य मैदानी सहयोगियों सहित ढाई लाख लोगों द्वारा सहभागिता कर विभागीय गतिविधियों एवं प्राथमिकताओं को समझा और जाना गया।

अब पढ़ाई नहीं रुकेगी

इस अवसर पर श्री जाटव ने बताया कि अब पढ़ाई नहीं रुकेगी थीम पर हमारा घर, हमारा विद्यालय कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसमें रेडियो, मोबाइल, टीवी, फेसबुक के माध्यम से कक्षाओं एवं गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। दक्षता, उन्नयन वर्कबुक का वितरण आदि कार्य इस सप्ताह के अंत तक समाप्त किए जाने के निर्देश भी दिए गए। श्री जाटव ने इस दिशा में जिला, ब्लॉक, एवं शिक्षकों के स्तर पर किए जा रहे कार्य की सराहना की।

डिजिलेप या रेडियो क्लास

श्री जाटव ने कहा कि रेडियो कक्षाओं के संचालन का मूल उद्देश्य कोरोना संकटकाल में भी विद्यार्थियों को रुटीन टाइम-टेबल एवं कक्षा जैसा माहौल मिले। घर पर रहकर भी स्कूल जाने की अनुभूति के लिये सुबह 10 से दोपहर 1 का समय अकादमिक गतिविधियों के लिये  निर्धारित है। माहौल को सहज एवं मनोरंजक बनाने शाम को 5 से 5.30 बजे खेलकूद, कला एवं मनोरंजक गतिविधियों का समावेश किया गया है। शाम 7 से 8 बजे तक का समय कहानी सुनने एवं सुनाने का है। उपरोक्त गतिविधियों का संचालन सोमवार से शनिवार तक किया जाता है और साथ ही शनिवार को 5 से 5.30 बजे मस्ती की पाठशाला एवं रेडियो बालसभा का आयोजन किया जा रहा है। 

शैक्षणिक कैलेंडर से हो रही पढ़ाई

दूरस्थ इलाकों के विद्यार्थी जो रेडियो, मोबाइल, टीवी, फेसबुक उपलब्ध न होने के कारण उपरोक्त गतिविधियों से वंचित रह जाते हैं उनके लिए भी आठ सप्ताह का कैलेंडर बनाया गया है। जिसमें प्रतिदिन एवं साप्ताहिक गतिविधियों का विवरण दिया गया है। जिसके आधार पर ऐसे विद्यार्थी ऑफलाइन होते हुए भी सभी गतिविधियों में सम्मिलित हो सकते हैं। एक विशेष अभियान चलाकर इस सप्ताह के अंत तक कैलेंडर एवं पाठ्य सामग्री बच्चों तक पहुँचाने का कार्य किया जाएगा। इसका उद्देश्य दक्षता उन्नयन आधारित गतिविधियों जैसे हिन्दी, गणित की मूलभूत बातों की समझ विकसित करना है। शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन 8 सप्ताह के कार्यक्रम के समापन के बाद सितंबर में किया जाएगा। ऑफलाइन विद्यार्थियों के लिये धार्मिक स्थलों, सामुदायिक भवन, स्कूल आदि में लाउड स्पीकर के माध्यम से भी विभिन्न शैक्षिक प्रसारण सुनाए जा रहे हैं।

चैम्पियन टीचर

शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गतिविधि आधारित शिक्षा को प्रोत्साहन देने वाले शिक्षकों को चैंपियन टीचर का प्रमाणपत्र प्रदान कर सम्मानित किया जा रहा है। उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों की सूची भी एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। प्रति सप्ताह सफलता की कहानी प्राप्त होती हैं उनके आधार पर शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। फेसबुक लाइव में आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र ने कुछ शिक्षकों के कार्यों का विशेष रुप से उल्लेख भी किया। 

एम-शिक्षा मित्र एप

इस अवसर पर श्री जाटव ने कहा कि शिक्षकों को सीधे राज्य स्तर से जोडऩे के लिए एम-शिक्षा मित्र एप द्वारा विभिन्न गतिविधियों की मॉनीटरिंग की जाती है। इसके लिये नए मॉड्यूल हमारा घर, हमारा विद्यालय डिजिलेप का निर्माण भी किया गया है। उन्होंने सभी शिक्षकों से इस मॉड्यूल का बेहतर लाभ लेने की अपील भी की।

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