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पुलिस-प्रशासन गुंडे-बदमाशों पर सख्त : अब नागदा के हिस्ट्रीशीटर का 50 लाख का अवैध मकान किया जमींदोज

नागदा/उज्जैन। मुख्यमंत्री के फ्री हेंड दिये जाने के बाद अब पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी गुंडों व हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के खिलाफ कार्यवाही लगातार कर रहे हैं। बीते दिनों उज्जैन के बिल्ला नामक अपराधी के अवैध मकान को जमींदोज किया गया था और आज गुरूवार को नागदा के एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन की टीम ने उसके करीब 50 लाख कीमत के अवैध मकान को जमींदोज किया है।
कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर सीएसपी मनोज रतनाकर द्वारा प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों की मदद से गुंडों के अवैध मकानों को धराशायी करने की मुहिम चलाई गई। इसी के तहत नागदा के जीन निवासी हिस्ट्रीशीटर बदमाश सलमान पिता शेरू लाला का अवैध मकान तोडऩे की कार्यवाही की गई। सलमान का आलीशान मकान तोडऩे के लिये नगर पालिका नागदा की टीम गुरूवार सुबह 6 बजे पहुँच गई थी। अवैध मकान तोड़े जाने के समय थोड़ा विवाद भी हुआ कुछ लोगो ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव भी किया। लेकिन पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करते ही स्थिति काबू में आ गई। पुलिस प्रशासन को इस कार्यवाही के लिए उज्जैन सहित करीब 9 थानों का पुलिस बल लगाना पड़ा। इसमें क्यूआरएफ की भी एक कंपनी लगाई गई थी। उल्लेखनीय है कि करीब 15 महीने पहले एक व्यापारी पर जानलेवा हमला करवाने व चोरी की गाड़ी रखने के जुर्म में आरोपी सलमान पिता शेरू लाला भैरवगढ़ जेल में बंद है।  सलमान लाला पर मारपीट, अड़ीबाजी, बलवा, लूट, उत्पीडऩ, घर में घूसकर चाकूबाजी, अवैध वसूली जैसे 10 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज है।

नहीं दे पाया था दस्तावेज

बदमाश सलमान लाला का घर तोडऩे के लिए प्रशासन ने उसके घर के निर्माण की अनुमति न होकर अतिक्रमण कर के घर बनाना बताया है। मकान तोडऩे के पूर्व नगर पालिका नागदा ने बाकायदा सलमान लाला को नोटिस देकर 3 दिन में मकान निर्माण करने संबंधित दस्तावेड़ मांगे थे। आरोपी निर्धारित अवधि में वैधानिक दस्तावेज पेश नहीं कर पाया। परिणाम स्वरूप आज उसका छोटी जीन स्थित मकान को जमीदोज कर दिया गया।

और भी है अवैध निर्माण

नागदा व आसपास में कई जगह ऐसी भी हैं जहाँ गौचर भूमि को माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर ईंट भट्टो और अपने निजी स्वार्थ के लिए कब्जा कर रखा हैं। प्रसाशन द्वारा इनहें हटाये जाने के कई बार आदेश दिये गए। लेकिन अभी तक ऐसे लोगो कोई कार्यवाही नही हो पाई है।

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