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तिहरे हत्याकांड का खुलासा : ब्याज का धंधा बना मोत का कारण, दो आरोपी गिरफ्तार, कॉल डिटेल से आरोपियों तक पहुंची पुलिस


उज्जैन। तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या का कारण ब्याज पर लिए रूपये थे, मामले में पुलिस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है। बतादें की यह हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। यही कारण रहा की इसके लिए पुलिस ने विशेष दलों का गठन भी किया था। टीम की मेहनत रंग लाइ और आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए। 

उल्लेखनीय है की इंगोरिया क्षेत्र में रविवार को पिता-पुत्र और पिपलीनाका स्थित हरिनगर में वृद्ध महिला की हत्या का मामला सामने आया था।  राजेश नागर और उनके बेटे पार्थ नागर की लाश इंगोरिया थाना क्षेत्र में बरामद की थी। इनके पास से मिली आईडी से पुलिस हरिनगर पहुंची थी। लेकिन पड़ोसियों से पता चला की यहां दो तीन दिन से परिवार का कोई भी सदस्य दिखाई नहीं दिया है। साथ ही घर से बदबू भी आ रही थी। बंद मकान का टाला तोड़कर जब पुलिस अंदर पहुंची तो मृतक राजेश की मां सरोज नागर की लाश बिस्तर पेटी से मिली थी। यह हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। इसके लिए पुलिस ने विशेष दलों का गठन किया और लगातार मेहनत कर आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। 

एसएसपी सत्येंद्र शुक्ला ने बताया कि मृतक राजेश और उनका बेटा छोटे व्यापारी और ठेला लगाने वालों को ब्याज पर पैसा देते थे। जांच में पता चला कि इन दोनों ने दो अलग-अलग व्यक्तियों को भी दो लाख से अधिक का कर्ज दे रखा था। वहीं मृतक के मोबाइल पर एक नंबर ऐसा भी जिस पर राजेश की कई बार बात हुई थी। यह फोन घटना के बाद से बंद आ रहा था। इस आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। बताया जाता है कि दिनेश निवासी कमल कॉलोनी और जयराम मूलत: सागर का निवासी है और पिछले कुछ वर्षों से उज्जैन में निवास करता है। वह दिनेश के साथ मिलकर सब्जी का ठेला लगाने के साथ-साथ लोडिंग ऑटो में ग्रामीण क्षेत्रों दाल-चावल बेचने का काम करते थे। तिहरे हत्याकांड के बाद जयराम इंदौर में अपने भाई के यहां परिवार को छोड़कर सागर भाग गया था। आरोपी ने पुलिस को बताया की  जयराम और दिनेश ने राजेश नागर और उसके बेटे पार्थ की हत्या करके लाश नाले में फेंक दी। इसके बाद हरिनगर स्थित उनके घर पहुंचे यहां राजेश नागर की मां सरोज नागर ने बेटे और पोते के बारे में उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि दोनों आगर गए हैं लौट आएंगे। इसी दौरान जयराम ने मौका पाकर सरोज नागर की गला घोंटकर हत्या कर दी औरलाश को पलंग पेटी में छिपा दिया। जयराम और दिनेश ने सरोज नागर की गला घोंटकर हत्या करने के बाद हाथ-पैर बांधकर शव को पलंग पेटी में छिपाया और अलमारियों को खोलकर राजेश नागर को कर्ज के बदले दिए गए हस्ताक्षर किए हुए चेक की तलाश की। दोनों ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि उन्हें घर से चेक नहीं मिले तो पलंग पेटी और घर के मेन गेट पर ताला लगाकर चले गए थे।

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