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हवा में 10 मीटर तक फैल सकता है कोराना, कोरोना संक्रमण पर सरकार की नई एडवाइजरी जारी ।

कोरोना संक्रमित व्यक्ति के एयरोसोल 10 मीटर की दूरी तक फेल सकते हैं। जबकी ड्रॉपलेट्स 2 मीटर तक जाते हैं। एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स में कोई बहौत अधिक अंतर नहीं है। कोरोनावायरस को लेकर लोगों को डबल लेयर या फिर N95  मास्क पहनने की सलाह भी दी गई है।
  मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने आज गुरुवार को नई एडवाइजरी जारी करते हुए कोरोनावायरस से बचाव की गाइड लाइन बताई है। प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन के ऑफिस से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं ,वह भी संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए लोग कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।
क्या है एयरोसोल और ड्रॉपलेट्स
  जानकारों के अनुसार एयरोसोल ड्रॉपलेट्स होते हैं, और ड्रॉपलेट्स एयरोसोल।आकार के अलावा दोनों में कोई फर्क नहीं होता है। वैज्ञानिक 5 माइक्रोन से कम आकार के ड्रॉपलेट्स को एयरोसोल कहते हैं। और इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि रेड ब्लड सेल का एक सेल का डायमीटर 5 माइक्रोन का होता है। जबकि इंसान के एक बाल की चौड़ाई 50 माइक्रोन होती है।
खिडकी- दरवाजे बंद रखकर एसी चलाने से संक्रमण का खतरा
सरकार की तरफ से स्टॉप द ट्रांसमिशन, क्रश द पेन्डेमिक के नाम से जारी किए गए डॉक्यूमेंट में खासतौर से वेंटीलेशन की अहमियत पर जोर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि जिन जगहों पर वेंटीलेशन की अच्छी सुविधा होती है वहां किसी संक्रमण से दूसरे संक्रमण फैलने का खतरा कम रहता है। साथ ही कहा गया है कि खिड़की दरवाजे बंद रखें ए.सी. चलाने वाले कमरे के अंदर संक्रमित हवा इकट्ठी हो जाती है।और दूसरे लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
सरकार ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति की नाक से ड्रॉपलेट्स और एयरोसोल के रूप में निकलने वाले सलिवाऔर डिस्चार्ज संक्रमण फैलने की प्राइमरी वजह होती है। लेकिन बाहर की हवा अंदर आ रही है तो संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
सरकार की तरफ से जारी डॉक्यूमेंट में यह भी बताया गया है कि संक्रमण के ड्रॉपलेट्स  अलग-अलग सतहो पर लंबे समय तक रह सकते हैं ,इसलिए दरवाजे के हैंडल ,लाइट के स्विच ,टेबल, कुर्सी और फर्श को ब्लीच और फिनायल से साफ करते रहे।
डबल लेयर मास्क पहनने की दी सलाह
सरकार ने कहा कि लोगों को डबल लेयर या फिर N -95 मास्क पहनना चाहिए वे ज्यादा से ज्यादा बचाव करते हैं। अगर डबल मास्क पहनते हैं तो पहले सर्जिकल मास्क पहने। फिर इसके ऊपर टाइट फिटिंग वाले कपड़े के मास्क लगाए जाए। किसी के पास सर्जिकल मास्क नहीं है, तो वह कॉटन के 2 मास्क पहन सकते हैं। सर्जिकल मास्क का इस्तेमाल वैसे तो एक ही बार करना चाहिए, लेकिन 2 मास्क पहनते हैं तो सर्जिकल मास्को 5 बार भी उपयोग किया जा सकता है ।

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