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तराना विधायक महेश परमार का आरोप : नवीन मीटर लगाने के इस मनमाने निर्णय से मध्यम एवं गरीब वर्ग पर पड़ेगा दुष्प्रभाव

उज्जैन। तराना विधायक महेश परमार एवं ललित मीणा ने पत्रकार वार्ता में भाजपा की शिवराजसिंह सरकार की विद्युत नीति में नवीन मीटर लगाने एवं उसके दुष्परिणामों का सीधा खुलासा कर आरोप लगाया है कि सरकार के इस मनमाने निर्णय से मध्यम वर्ग एवं गरीब वर्ग पर सीधे दुष्प्रभाव पड़ेगा। जिसे लेकर आपने गहरा रोष व्यक्त किया है।

सोसायटी फॉर प्रेस क्लब द्वारा तरणताल स्थित प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में आपने बताया कि नवीन विद्युत मीटर जो कि विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा लगाये जा रहे हैं उसकी लागत 12 हजार रुपए होगी, याने मीटर खराब होने की स्थिति में मीटर बदला जाएगा, जिसका सीधा असर विद्युत उपभोक्ता की जेब पर पड़ेगा। साथ ही आपने कहा कि वर्तमान में स्थापित मीटर में क्या गुण दोष है। इसका आंकलन किये बिना सरकार ने जो मनमानी कर रही है, उसे कांग्रेस जन जनहित में खुला विरोध करते हैं।

आपने आगे कहा कि वर्तमान में प्रचलित विद्युत का मीटर खामी नहीं है फिर भी सरकार नवीन मीटर थोपने पर अड़ी हुई है, जिसका सीधा असर उपभोक्ता पड़ेगा जो कि असहनीय भार पड़ेगा। साथ ही आपने कहा शासन की सब्सिडी खत्म करने की यह सीधी साजिश है तथा विद्युत कनेक्शन का वर्तमान टेरिफ 5.30 से 6 रुपये हैं जो कि 7 से 8 रुपये तक हो जाने का पूरा अंदेशा नजर आ रहा है तथा आपने यह आशंका व्यक्त की है कि आगामी दो से तीन माह में इन्ही मीटर को प्रिपेड करने की योजना बन चुकी है। बिजली सबंधी सभी कार्य आनलाईन किया जावेगा यथा रीडिंग, लाईन काटने और बिल का मैसेज मोबाईल पर आएगा। साथ ही आपने आगे कहा कि वर्तमान में अवसर विशेष पर या किसी कारण से जो खपत दर्शायी जाती है वह उसी अवधि के लिये होती है जो मीटर दर्शाता है लेकिन नवीन मीटर का यह कुचक्र समूचे माह की खपत को प्रभावित कर करने का अंदेशा नजर आ रहा है।
आपने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि सरकार नवीन मीटर के मामले में अपना अडियल रूख बंद करें एवं आम उपभोक्ता का जो शोषण करने का कुचक्र चलाया गया है उसे कांग्रेसजन कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे जिसके लिये जमकर विरोध प्रजातांत्रिक तरीके से किया जाएगा। आपने आम जनता से अनुरोध किया है कि सरकार की नवीन मीटर की नीति का जमकर विरोध करें अन्यथा हर घर, दुकान, उद्योग का आर्थिक बजट सीधे तौर पर प्रभावित होगा।

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