ब्रेकिंग न्यूज
logo
add image
Blog single photo

प्रमुख सचिव ने उज्जैन संभागायुक्त एवं कलेक्टर के कार्यों की सराहना की : कृषि उत्पादन आयुक्त ने ली एपीसी की बैठक, छोटी दुग्ध समितियों को समाप्त करने के निर्देश

उज्जैन 09 अक्टूबर। प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री केके सिंह ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उज्जैन संभाग के सभी जिलों की खरीफ-2020 एवं रबी 2020-21 की तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने पशुपालन एवं डेयरी, कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित संस्थाएं, उद्यानिकी, सहकारिता एवं मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विभाग में अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सांची का दूध मात्र 25 प्रतिशत ही उज्जैन में सेल होता है। 34 हजार लीटर दूध प्रतिदिन बिकता है, जो कि काफी कम है। इसके कारण सांची को अपने दूध को पावडर में परिवर्तित करना पड़ता है। उन्होंने जिले में सांची के पार्लर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये और कहा कि महाकाल मन्दिर एवं अन्य मन्दिरों में सांची के दूध, घी एवं प्रसाद के रूप में पेड़े का उपयोग किया जाये। प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी जेएन कंसोटिया ने कहा कि कोविड-19 एवं विभिन्न शादी-ब्याह कम होने के चलते दूध की खपत कम हुई है। इसके चलते दुग्ध संघ को 20 करोड़ रुपये का लोन विभिन्न बैंकों से लेना पड़ा है और आठ करोड़ रुपये की सहायता शासन द्वारा दी गई है। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिये कि 50 लीटर वाली दुग्ध सहकारी समिति एवं उससे नीचे वाली दुग्ध समितियों को समाप्त किया जाये। इनके कारण ट्रांसपोर्ट महंगा पड़ता है। सीईओ दुग्ध संघ को बुलाकर कलेक्टर उक्त निर्णय लें।

कमिश्रर-कलेक्टर के कार्यों की सराहना

प्रमुख सचिव सहकारिता उमाकान्त उमराव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहकारिता विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा एवं कलेक्टर आशीष सिंह को सहकारिता के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिये बधाई दी एवं वसूली में अपेक्षित प्रगति लाने पर दोनों की भरपूर सराहना की और कहा कि संभाग की सहकारिता की टीम ने तारीफ के लायक कार्य किया है। जिले की एनआईसी कक्ष में संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, कलेक्टर आशीष सिंह, जिला पंचायत सीईओ अंकित अस्थाना सहित सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

ताजा टिप्पणी

टिप्पणी करे

Top